ज़िन्दगी की न टूटे लड़ी

ज़िन्दगी की न टूटे लड़ी,
प्यार कर ले घडी दो घडी,
लंबी लंबी उमरिया को छोड़.
प्यार कि इक घडी हैं बड़ी ………… 

उन आँखों का हसना भी क्या जिन आँखों में पानी न हो-२ 
वो जवानी -जवानी नहीं जिसकी कोई कहानी न हो.
आंसू हैं ख़ुशी  की लड़ी
प्यार कर ले........... 
ज़िन्दगी की न टूटे लड़ी................. 

मितवा ……… तेरे बिना लागे न जियरा -२ 

आज से अपना वादा राहां हम मिलेंगे हर एक मोड़ पर -२
दिल कि दुनिया बसाएंगे हम, गम कि दुनिया का दर छोड़ कर,
जीने करने कि किसको पड़ी,
प्यार कर ले...........
ज़िन्दगी की न टूटे लड़ी.................


लाख गहरा हो सागर तो क्या प्यार से कुछ भी गहरा नहीं-२
दिल की दिवानी  हर मौज पर आसमानो का पहरा न हो,
टूट जायेगी हर हथकड़ी,
प्यार कर ले...........
ज़िन्दगी की न टूटे लड़ी.................



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